अब तो मेरी कलम भी रो पड़ी है, शहीदों की शहादत लिखते लिखते।

Sarhad Tumhe pukare Tumhe aana hi hoga
सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा, कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा, दे करके कुर्बानी अपने जिस्मो-जां की, तुम्हे मिटना भी होगा मिटाना…

Bharat maa ki Rakhwali
Deshbhakti shayari hindi me एक दिया उनके भी नाम का रख लो पूजा की थाली में, जिनकी सांसे थम गई हैं भारत माँ की रखवाली…