मालूम है चुपके से तुमने मेरे लिए
करवा चौथ व्रत रखा है
खाना ना खाने की लाखों बहाने किया है
तसल्ली हुई ये जान के कि
कुछ ऐतबार इन सब में तुम भी करते हो
सदियों से मैने इम्तेहान दिया है
आज तुमने अपनी फ़र्ज़ निभाया है
मै भी चलो आज कुबूल करती हूं
सातों जन्मों तक मै तेरी हूं
मेरे हर एक सांस में नाम तेरा है ।