*”इंसान ने वक़्त से पूछा…*
*”मै हार क्यूं जाता हूँ ?”*
*वक़्त ने कहा..*
*धूप हो या छाँव हो,*
*काली रात हो या बरसात हो,*
*चाहे कितने भी बुरे हालात हो,*
*मै हर वक़्त चलता रहता हूँ,*
*इसीलिये मैं जीत जाता हूँ,*
*तू भी मेरे साथ चल,*
*कभी नहीं हारेगा………..*
*आपका दिन शुभ और मँगलमय हो*।